ईडी ने अपनी जाँच में कुशवाहा की अरबों रुपए की संपत्ति का खुलासा किया है। ये संपत्तियाँ कुशवाहा के परिजनों के अलावा उनके रिश्तेदारों एवं करीबियों के नाम पर हैं। जाँच एजेंसियों ने इन अवैध संपत्तियों की पूरी सूची तैयार की है और उनकी जब्ती का काम जारी है। बाबू सिंह कुशवाहा फिलहाल जौनपुर से सपा के सांसद हैं।
समाजवादी पार्टी के सांसद बाबू सिंह कुशवाहा पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिकंजा कसते हुए लखनऊ के कानपुर रोड स्थित उनकी करोड़ों रुपए की जमीन को जब्त कर लिया है। इसके साथ ही उस जमीन पर कराए गए निर्माण को भी तोड़ दिया गया है। यह कार्रवाई राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) घोटाले से संबंधित हैं और कुशवाहा इसके आरोपित हैं।
प्रवर्तन निदेशालय की इस मामले में कालाधन से संबंधित धन शोधन अधिनियम (PMLA) के तहत जाँच कर रही है। जब्ती वाली जमीन पर निर्माण को तोड़ने के लिए वह अपने साथ बुलडोजर भी लेकर गई थी। बता दें कि जिस वक्त एनएचआरएम घोटाला हुआ था, उस वक्त बाबू सिंह कुशवाहा उत्तर प्रदेश की बसपा सरकार में परिवार कल्याण मंत्री थे। इस केस में वे 4 साल तक जेल में भी बंद थे।
#WATCH | Uttar Pradesh | Enforcement Directorate has seized Samajwadi Party MP Babu Singh Kushwaha's land plot in Lucknow, in connection with a PMLA case pic.twitter.com/PEy5mJ0jhE
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 2, 2024
जानकारी के अनुसार, जौनपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद बाबू सिंह कुशवाहा की जमीन लखनऊ के सरोजिनी नगर थाना क्षेत्र में स्थित स्कूटर इंडिया के पास है। यह जमीन काफी कीमती बताई जा रही है। बता दें कि ED अब तक बाबू सिंह कुशवाहा की करीब 250 करोड़ रुपए की संपत्ति सीज कर चुकी है। उसके बाद अब यह कार्रवाई की गई है।
मायावती के मुख्यमंत्री रहने के दौरान यह घोटाला हुआ था। उस समय यह घोटाला 10,000 करोड़ रुपए से अधिक का बताया गया था। दरअसल, एनएचआरएम के तहत यह कोष केंद्र सरकार ने आवंटित किया था। इसके अलावा कुशवाहा ने उत्तर प्रदेश श्रम निर्माण एवं सहकारी संघ लिमिटेड (लैकफेड) में भ्रष्टाचार करके करोड़ों रुपए की कमाई थी और उनमें बेनामी संपत्तियों में लगाया।