बस्ती। जिले के छावनी इलाके में एनएच 28 पर चलती एंबुलेंस में कर्मियों ने महिला से रेप की कोशिश की. पति का ऑक्सीजन मास्क निकालकर उन्हें कचरे में फेंक दिया. गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान पति की मौत हो गई. घटना 29 अगस्त की रात की है. महिला पति को लखनऊ से लेकर आ रही थी. पीड़िता ने एक सितंबर को तहरीर दी. लखनऊ की गाजीपुर पुलिस ने एंबुलेंस चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. बस्ती पुलिस भी घटना की जांच कर रही है.
सिद्धार्थनगर जिले के बांसी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला के अनुसार कुछ दिनों से उसके पति की तबीयत खराब चल रही थी. परिवार के लोग पति को बस्ती मेडिकल कॉलेज ले गए थे. यहां स्वास्थ्य ज्यादा बिगड़ने पर पति को लखनऊ रेफर कर दिया गया. लखनऊ मेडिकल कॉलेज में बेड न होने के कारण परिवार के लोगों ने पति को इंपीरिया न्यूरोसाइंस मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया.
इलाज में खर्च हो गए सारे रुपये, पति को घर ला रही थी : महिला ने बताया कि दो दिनों तक चले इलाज में ज्यादा रुपये खर्च हो गए. आगे का इलाज कराने के लिए परिवार के पास रुपये नहीं बचे. इसके बाद पति को यहां से डिस्चार्ज करा लिया. यहां से पति को घर ले जाने की तैयारी थी. अस्पताल में किसी ने उसे प्राइवेट एंबुलेंस का नंबर दे दिया. 29 अगस्त को वह पति को लेकर सिद्धार्थनगर में अपने गांव जा रही थी. पीड़िता ने बताया कि रास्ते में कुछ दूर चलने के बाद एंबुलेंस के चालक ने उसे आगे सीट पर बैठने के लिए कहा.
रास्ते में एंबुलेंस कर्मियों ने की छेड़खानी : आरोप है कि इस दौरान रास्ते में एंबुलेंस के ड्राइवर और उसके साथी उसके साथ छेड़खानी करते रहे. रेप की कोशिश की. उसने लगातार विरोध किया. करीब 150 किमी की दूरी पर उन्होंने पति का ऑक्सीजन मास्क निकालकर उन्हें सुनसान जगह पर कचरे में फेंक दिया. इससे बीमार पति को चोट आई. ऑक्सीजन निकालने की वजह से उनकी तबीयत और खराब हो गई. एंबुलेंस में पीछे बैठे महिला के भाई ने 112 पर फोन कर पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने एंबुलेंस बुलाकर पति को सीएचसी हर्रिया में भर्ती कराया. यहां से फिर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. वहां पति की मौत हो गई.
एसपी बोले-एंबुलेंस कर्मियों से हुआ था विवाद : महिला ने लखनऊ के गाजीपुर थाने में एक सिंतबर को तहरीर दी. पुलिस ने एंबुलेंस चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. बस्ती एसपी गोपाल चौधरी ने बताया कि छावनी थाना क्षेत्र में एंबुलेंस कर्मियों से विवाद हुआ था. एंबुलेंस वाले ने उन्हें वाहन से उतार दिया था. पुलिस ने बीमार शख्स को हर्रैया सीएचसी में भर्ती कराया था. वहां किसी ने घटना का जिक्र नहीं किया. डॉक्टरों से भी इस तरह की किसी घटना के बारे में कुछ नहीं बताया गया. इनके द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है.
इसके बाद चालक इधर-उधर की बात करने लगा. कहने लगा कि फैजाबाद से निकल जाने के बाद वह पीछे बैठा देगा. चालक कह रहा था कि पति का इलाज करा लो. मैंने कहा कि मेरे पास पैसे नहीं है. इलाज की वजह से मैंने खेत-खलिहान भी हटा दिया है. बहुत इलाज कराया लेकिन फायदा नहीं हुआ. इसके बाद वह छेड़खानी करने लगा. कहने लगा कि फैजाबाद के बाद वह पीछे बैठा देगा.
रुपये, कपड़े और कागजात लेकर फरार : महिला ने बताया कि छोटी छावनी में मैंने शोर मचाया. इसके बाद मुझे उतार कर भाई को आगे की सीट पर बैठाकर गेट लॉक कर दिया. फिर पति को उठाकर कचरे में फेंका. इसके बाद पैसा, इलाज के कागजात, कपड़े आदि लेकर सब फरार हो गए. इसके बाद भाई ने पुलिस को जानकारी दी.