नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच चुनावी रुझानों में कांटे की टक्कर चल रही है. रुझानों को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि इस बार किसी भी दल को बहुमत नहीं मिलेगा. दोपहर दो बजे तक के चुनावी रुझानों के मुताबिक चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही 110-110 सीटों पर बढ़त के साथ बराबरी पर हैं. ऐसे में स्पष्ट है कि सत्ता की चाबी छोटे दलों के हाथ होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि बसपा चार सीटों पर आगे है. इस बीच मायावती ने अपने बढ़त लेने वाले प्रत्याशियों को दिल्ली बुलाया है.
सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर सपा-बसपा की बातचीत जारी है. कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश को लेकर एसपी-बीएसपी एक साथ फैसला लेंगे. मध्य प्रदेश में बीएसपी 4, समाजवादी पार्टी 1 और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) 2 सीटों पर आगे है. मध्य प्रदेश में सपा और गोंडवाना पार्टी का गठबंधन है. हालांकि सूत्रों का यह भी कहना है कि सपा-बसपा और जीजीपी ने बीजेपी को समर्थन देने से इनकार कर दिया है.
मध्य प्रदेश में सपा और गोंडवाना पार्टी का हालांकि चुनाव से पहले गठबंधन हुआ था लेकिन बाद में ये गठबंधन टूट गया था लेकिन चुनाव बाद इन दलों के किंगमेकर बनने के बाद ये सामूहिक रूप से त्रिशुंक विधानसभा की स्थिति में फैसला लेंगे. हालांकि सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि इन तीनों दलों ने कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला किया है.
इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से बातचीत की है. उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल से भी फोन पर बात की है. इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी शाम तक प्रेस कांफ्रेंस कर सकते हैं. इसके साथ ही एक बड़ी खबर यह भी आ रही है कि 16 दिसंबर को सिलीगुड़ी में पीएम मोदी की प्रस्तावित रैली टल गई है.