टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी इन दिनों क्रिकेट से दूर हैं. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई टीम इंडिया इन दिनों टेस्ट सीरीज खेल रही है. धोनी टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके हैं, वहीं इससे पहले दोनों देशों के बीच हुई टी20 सीरीज के लिए भी उन्हें चुना नहीं गया था. ऐसे में पूर्व भारतीय आलराउंडर और चयनकर्ता मोहिंदर अमरनाथ को लगता है कि धोनी और अन्य सीनियर खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में चयन के लिए योग्य बनने के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलना चाहिए.
ट्वेंटी20 टीम से बाहर किए जाने वाले और काफी लंबे समय पहले टेस्ट से संन्यास लेने के बाद धोनी अब सिर्फ वनडे क्रिकेट में खेलते हैं. समय होने के बावजूद यह पूर्व कप्तान इस साल 50 ओवर के टूर्नामेंट विजय हजारे ट्राफी में नहीं खेले और बिना किसी मैच अभ्यास के अगले महीने ऑस्ट्रेलिया में तीन मैच की सीरीज में खेलने जाएंगे.
भारत के लिए खेलना हो तो राज्य के लिए भी खेलें
अमरनाथ ने एक कार्यक्रम के इतर कहा, ‘‘हर व्यक्ति अलग होता है लेकिन मेरा हमेशा एक चीज में विश्वास रहा है कि अगर आप भारत के लिए खेलना चाहते हो तो आपको अपने राज्य के लिए भी खेलना चाहिए. मुझे लगता है कि उन्हें (बीसीसीआई) अपनी इस नीति को पूरी तरह से बदल देना चाहिए. काफी सीनियर खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में नहीं खेलते.’’ महान सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने हाल में यही सुझाव दिया था. शिखर धवन एक अन्य खिलाड़ी हैं जो टेस्ट टीम से बाहर किए जाने के बावजूद मौजूदा रणजी ट्राफी में नहीं खेल रहे हैं.
भारत की 1983 विश्व कप विजेता टीम के नायक ने कहा, ‘‘बीसीसीआई को इसे योग्यता का मानदंड बना देना चाहिए. इसमें केवल कुछ मैच नहीं, बल्कि अगर आप भारत की ओर से नहीं खेल रहे हो तो आपको अपने राज्य के लिए नियमित रूप से खेलना चाहिए और ऐसा सिर्फ भारतीय टीम के चयन से पहले नहीं होना चाहिए. इसके बाद ही आप पहचान सकते हो कि खिलाड़ी कितना अच्छा खेल रहे हैं. आपने जो कुछ भी हासिल किया है, वह बीती बात हो चुकी है. आपकी मौजूदा फार्म अहम है.’’
यह हो चयन का आधार
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप एक ही प्रारूप में खेल रहे हो तो आपको चयन के लिए विचार किए जाने के मद्देनजर कम से कम घरेलू क्रिकेट के सभी प्रारूपों में खेलना चाहिए.’’ ऑस्ट्रेलिया में मौजूदा टेस्ट सीरीज के बारे में बात करते हुए अमरनाथ ने कहा कि भारत शानदार इकाई के रूप में खेल रहा है लेकिन मेजबान टीम अपने निलंबित खिलाड़ी स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर की अनुपस्थिति में भी उन्हें पराजित करने में समक्ष है.
ऑस्ट्रेलिया एक उदाहरण
उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर बिलकुल अलग तरह से सोचते हैं. ऐसा पहली बार नहीं है कि जब वे इस तरह के दौर से गुजर रहे हों. कैरी पैकर सीरीज के समय में उनकी टीम में शीर्ष खिलाड़ी नहीं थे, वे अपने शीर्ष खिलाड़ियों के बिना दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गए और अब उनके पास उनके शीर्ष दो खिलाड़ी नहीं है और कुछ खिलाड़ी संन्यास ले चुके हैं. ’’
ऑस्ट्रेलिया के बारे में
पूर्व चयनकर्ता ने कहा, ‘‘वे (ऑस्ट्रेलिया) नई टीम बनाने की प्रक्रिया में हैं. लेकिन पहले टेस्ट में जो मैंने देखा, उसके हिसाब से कुछ खिलाड़ी सचमुच बेहतरीन हैं. आप सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को कमतर नहीं मान सकते. निश्चित रूप से भारतीय टीम बेहतर है लेकिन इसके लिए उन्हें अच्छा क्रिकेट खेलते रहना होगा.’’ 68 साल के इस क्रिकेटर ने देश के लिए 69 टेस्ट और 85 वनडे मैच खेले हैं.
मौजूदा सीरीज के बारे में
अमरनाथ ने कहा, ‘‘क्रिकेट के लिहाज से पहला टेस्ट मैच शानदार रहा. इसमें एकमात्र अंतर चेतेश्वर पुजारा ने पैदा किया. इससे दिखता है कि हमें रोमांचक सीरीज देखने को मिलेगी जिसमें भारत ने बढ़त बना ली है.’’ भारत पर्थ में शुक्रवार से शुरू होने वाले टेस्ट मैच में कैसा करेगा, इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘यह विकेट की प्रकृति पर निर्भर करेगा. अगर विकेट में कुछ बदलाव होता है तो कुछ बल्लेबाजों को उनकी तकनीक में दिक्कत आएगी. यह मायने नहीं रखता कि आप कितने आक्रामक खेलते हैं, टेस्ट क्रिकेट में अहम चीज यह है कि आप कितनी अच्छी गेंदों को छोड़ते हैं और कितनी देर तक क्रीज पर डटे रहते हैं. ऐसा नहीं है कि वे ऐसा नहीं कर सकते लेकिन उन्हें सामंजस्य बिठाना होगा.’’