भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच गुरुवार (3 जनवरी) से शुरू हो रहे चौथे टेस्ट के पहले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और बीसीसीआई (BCCI) से की गई एक अनोखी मांग सामने आई है. दरअसल, कोहली को मध्यप्रदेश के ‘कड़कनाथ’ चिकन को डाइट में नियमित रूप से शामिल करने की सलाह कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से बकायदा पत्र लिखकर की गई है.
कप्तान विराट कोहली व टीम के कुछ अन्य सदस्य पहले ग्रिल्ड चिकन खाते थे, जिसे खास तरीके से तैयार किया जाता था. इसके लिए अब झाबुआ के कृषि विज्ञान केंद्र ने बीसीसीआई और कप्तान कोहली को पत्र लिखकर कड़कनाथ मुर्गे को अपनी डाइट में शामिल करने की मांग की है. इसके बारे में विज्ञान केंद्र के डॉक्टर तोमर ने बताया कि कड़कनाथ में प्रोटीन अधिक और कोलेस्ट्रॉल व फैट बहुत कम मात्रा में होता है. तोमर की ओर से अपने ट्वीट में बकायदा नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन मीट हैदराबाद का एक सर्टिफिकेट भी टैग किया गया है. इसमें कड़कनाथ के गुणों की पुष्टि की गई है.
बता दें कि मध्य प्रदेश के झाबुआ सहित कुछ अन्य जिलों में मुर्गा की एक खास नस्ल पाई जाती है, जिसे कड़कनाथ के नाम से पहचाना जाता है. इस प्रजाति की खासियत है कि इसके मांस में फैट कम होता है और प्रोटीन ज्यादा. कड़कनाथ के मांस में 25 से 27 प्रतिशत प्रोटीन होता है, जबकि अन्य मुर्गों में केवल 16 से 17 प्रतिशत ही प्रोटीन पाया जाता है. इसके अलावा, कड़कनाथ में लगभग एक प्रतिशत चर्बी होती है, जबकि अन्य मुर्गों में 5 से 6 प्रतिशत चर्बी रहती है. कड़कनाथ 500 रुपए से लेकर 1500 रुपए किलो तक बिकता है.
विशेषज्ञों के अनुसार, कड़कनाथ के मांस में आयरन एवं प्रोटीन की मात्रा बहुत अधिक होती है. इसके अलावा, यह अन्य प्रजातियों के मुर्गों से बहुत अधिक दाम में बेचा जाता है. कड़कनाथ के एक किलोग्राम के मांस में कॉलेस्ट्राल की मात्रा करीब 184 एमजी होती है, जबकि अन्य मुर्गों में करीब 214 एमजी प्रति किलोग्राम होती है.
काले मांस वाले कड़कनाथ मुर्गे का स्वाद नॉनवेज के शौकीनों की पहली पसंद है. कड़कनाथ प्रजाति के मुर्गे में विटामिन-बी-1, बी-2, बी-6, बी-12, सी, ई, नियासिन, कैल्शियम, फास्फोरस और हीमोग्लोबिन से भरपूर होता है. यह अन्य मुर्गो की तुलना में लाभकारी है. इसका रक्त, हड्डियां और सम्पूर्ण शरीर काला होता है.