भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज में चेतेश्वर पुजारा ने आखिरी टेस्ट में पहले दिन शतक लगाने के बाद दूसरे दिन भी अपनी बल्लेबाजी पहले दिन की तरह जारी रखी और जल्दी ही अपने 150 रन पूरे कर लिए. पुजारा ने पहले दिन के अपने स्कोर 130 रन आगे खेलना शुरू किया और पहले ही ओवर में तीन रन लेकर अपने इरादे जता दिए थे कि वे रुकने वाले नहीं हैं.
150 रन पूरे करते ही पुजारा अब पांचवे ऐसे भारतीय बल्लेबाज बन गए जिसने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर 150 से ज्यादा रन बनाए हैं. सचिन तेंदुलकर (241, 154), रवि शास्त्री (206), वीवीएल लक्ष्मण (178, 167) सुनील गावस्कर (172), इस मामले में पुजारा से आगे हैं.
ये रिकॉर्ड भी बने पुजारा की पहले दिन की पारी में
पुजारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक सीरीज में सबसे अधिक शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं. इस सूची में कोहली पहले और सुनील गावस्कर दूसरे स्थान पर हैं. इस सीरीज में पुजारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी टेस्ट मैच के पहले दिन सबसे अधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों की सूची में अभी छठे स्थान पर आ गए. इस सूची में वीरेंद्र सहवाग सबसे ऊपर हैं. पूर्व बल्लेबाज ने मेलबर्न में 2003 में खेले गए मैच में पहले दिन पहली पारी में 195 रन बनाए थे. पुजारा एक सीरीज में आस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे अधिक गेंदों का सामना करने वाले भारतीय बल्लेबाजों में राहुल द्रविड़, सुनील गावस्कर, विजय हजारे और कोहली के साथ शामिल हो गए हैं. उन्होंने इस सीरीज में अब तक कुल 1135 गेंदों का सामना किया है.
खराब परिस्थिति से उबारकर जल्द पूरे किए 50 रन
टीम इंडिया की खराब शुरुआत, केवल 10 रन पर एक विकेट, के बाद चेतेशवर पुजारा मुश्किल परिस्थितियों में बल्लेबाजी करने आए और मयंक अग्रवाल के साथ लंच तक टीम को मजबती प्रदान की. लंच के बाद पुजारा मौका देख कर रन बनाने से नहीं चूके और मयंक के आउट होने के बाद भी अपने रनों की रफ्तार में कमी नहीं आने दी और चाय से पहले ही अपनी फिफ्टी पूरी कर ली थी.
तीसरे सत्र में पूरा कर लिया शतक
पहले दिन चाय के बाद कप्तान विराट कोहली के आउट होने के बाद भी पुजारा ने अपने खेलने का अंदाज नहीं बदला, बल्कि उन्हें और भी ज्यादा रन बनाने वाली गेंदें मिलती गईं और वे गेंदें उनके मुताबिक ट्रीटमेंट देते गए. पुजारा ने अपने 100 रन 199 गेंदों में पूरे किए. पुजारा के टेस्ट करियर का यह 18 वां शतक है.
मेलबर्न में भी लगाया था शतक
पुजारा ने इससे पहले मेलबर्न में भी सीरीज के तीसरे टेस्ट में बेहतरीन शतक लगाया था. पुजारा ने मेलबर्न में 280 गेंदों में अपने करियर का सबसे धीमा शतक पूरा किया था. पुजारा ने इस पारी में 106 रन बनाए थे और टीम इंडिया के लिए मजबूत नींव रखी थी जिसकी वजह से टीम इंडिया पहली पारी में 443 रन बना सकी थी. टीम का यही स्कोर उसकी जीत का आधार बना था.
एडिलेड में शतक लगाकर बने थे मैन ऑफ द मैच
उससे पहले एडिलेड टेस्ट में भी पुजारा ने पहली पारी में शानदार 123 रन बनाए थे जिसकी वजह से टीम इंडिया एडिलेड टेस्ट में ऐतिहासिक जीत हासिल कर सकी थी. एडिलेड में एक सेंचुरी और एक हाफ सेंचुरी लगाने के बाद पुजारा पर्थ टेस्ट में केवल 24 और 4 रनों की पारी खेल पाए थे. इस मैच में पुजारा दोनों ही पारियों में तेज गेंदों पर विकेट के पीछे लपके गए थे. पुजारा पहले टेस्ट में मैन ऑफ द मैच भी रहे थे.