लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र के छह महीने के सेवा विस्तार पर केंद्र सरकार की मुहर लग ई है। रविवार को उनके सेवा विस्तार का आदेश जारी होने की उम्मीद है। सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय (DOPT) ने दुर्गा शंकर मिश्र के सेवा विस्तार को मंजूरी दे दी है। रविवार को आदेश जारी करने के लिए नियुक्ति विभाग खोला जाएगा। दुर्गा शंकर का कार्यकाल 31 दिसंबर को पूरा हो रहा है। इसी के साथ उनके चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लग गया है।
दुर्गा शंकर मिश्र को तीसरी बार सेवा विस्तार मिला है। अभी तक उन्हें दो बार एक-एक साल का सेवा विस्तार मिल चुका है। दुर्गा शंकर प्रदेश के पहले ऐसे मुख्य सचिव हैं, जिन्हें दो बार एक-एक साल का सेवा विस्तार मिला है।
1984 बैच के आईएएस अफसर दुर्गा शंकर को 2021 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से मुक्त कर यूपी भेजा गया था। तब इन्हें मुख्य सचिव के पद पर तैनात किया गया था। 2022 दिसंबर में भी उन्हें रिटायरमेंट से एक दिन पहले सेवा विस्तार दिया गया था। पिछली बार जब उनका कार्यकाल बढ़ा था, तब एक दिन पहले राज्य सरकार की तरफ से विजिलेंस क्लीयरेंस स्टेट प्लेन से नई दिल्ली भेजा गया था।
दुर्गा शंकर मिश्रा यूपी के मऊ जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई की है। वह यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न सिडनी से एमबीए कर चुके हैं। साथ ही इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल स्टडीज, द हेग से पब्लिक पॉलिसी में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा भी किया है।
दुर्गाशंकर मिश्र का कार्यकाल न बढ़ने की स्थिति में प्रदेश के मुख्य सचिव की कुर्सी दिल्ली में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात 1988 बैच की एक महिला अधिकारी को मिलने की चर्चा जोरों पर थी। इसके अलावा मुख्य सचिव की रेस में 1988 बैच के IAS अफसर भी थे। इनमें मौजूदा APC और IIDC मनोज कुमार सिंह का नाम भी शामिल था। इसके अलावा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में तैनात 1987 बैच के अरुण सिंघल भी इस रेस में बताए जा रहे थे। सिंघल का नाम इसिलए भी चर्चा में था कि वह दुर्गा शंकर के बाद यूपी कैडर के सबसे सीनियर IAS अफसर हैं। हालांकि, DOPT की मंजूरी के बाद इन सभी अटकलों पर विराम लग गया है।